संवाददाता - बागी न्यूज 24 आजमगढ़। गन्ना समिति पर गुरुवार को गहमागामी के बीच डेलीगेट पद के लिए 346 गांव के सदस्यों...
संवाददाता - बागी न्यूज 24
आजमगढ़। गन्ना समिति पर गुरुवार को गहमागामी के बीच डेलीगेट पद के लिए 346 गांव के सदस्यों ने नामांकन किया।
बूढ़नपुर गन्ना समिति के अंतर्गत गन्ना बेचने वाले किसानों को सदस्य बनाया गया है। उन्हीं सदस्यों में से एक सदस्य को डेलीगेट चुना जाएगा। चुने गये डेलीगेट्स समिति का चेयरमैन चुनेंगे। गुरुवार को हर गांव से दो लोगों ने नामांकन किया है इसलिए चुनाव होना तय है। चुनाव अधिकारी अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि 346 गांव के लोगों ने नामांकन किया है शीघ्र ही मत पत्रों के जांच और तीन अक्टूबर को चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराईं जाएगी। समिति के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम यादव ने चुनाव अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि इस बार नामांकन में काफी अनियमितता देखने को मिली। वोटर लिस्ट दो दिन पूर्व मिल जाती थी लेकिन इस बार वोटर लिस्ट हम लोगों को 10 बजे के बाद मिली जिसके चलते सदस्यों को इसकी जानकारी नहीं हो पा रही थी कि किसका नाम वोटर लिस्ट में है किसका नहीं। इसके चलते नामांकन में काफी असुविधा हुई। दूसरी तरफ कुछ गांव के सदस्यों का नाम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं था। यह विभाग की घोर लापरवाही है। जब लोगों ने इसकी शिकायत चुनाव अधिकारी से की तो उन्होंने तत्काल नाम फीड करने का आदेश दिया जिसके चलते नामांकन में काफी विलंब हुआ। इस संबंध में चुनाव अधिकारी अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि वोटर लिस्ट की सूची गन्ना विभाग के अधिकारियों के पास थी। उनके द्वारा किसी भी तरह की अगर त्रुटि है तो जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बूढ़नपुर गन्ना समिति के अंतर्गत गन्ना बेचने वाले किसानों को सदस्य बनाया गया है। उन्हीं सदस्यों में से एक सदस्य को डेलीगेट चुना जाएगा। चुने गये डेलीगेट्स समिति का चेयरमैन चुनेंगे। गुरुवार को हर गांव से दो लोगों ने नामांकन किया है इसलिए चुनाव होना तय है। चुनाव अधिकारी अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि 346 गांव के लोगों ने नामांकन किया है शीघ्र ही मत पत्रों के जांच और तीन अक्टूबर को चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराईं जाएगी। समिति के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम यादव ने चुनाव अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि इस बार नामांकन में काफी अनियमितता देखने को मिली। वोटर लिस्ट दो दिन पूर्व मिल जाती थी लेकिन इस बार वोटर लिस्ट हम लोगों को 10 बजे के बाद मिली जिसके चलते सदस्यों को इसकी जानकारी नहीं हो पा रही थी कि किसका नाम वोटर लिस्ट में है किसका नहीं। इसके चलते नामांकन में काफी असुविधा हुई। दूसरी तरफ कुछ गांव के सदस्यों का नाम वोटर लिस्ट में शामिल नहीं था। यह विभाग की घोर लापरवाही है। जब लोगों ने इसकी शिकायत चुनाव अधिकारी से की तो उन्होंने तत्काल नाम फीड करने का आदेश दिया जिसके चलते नामांकन में काफी विलंब हुआ। इस संबंध में चुनाव अधिकारी अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि वोटर लिस्ट की सूची गन्ना विभाग के अधिकारियों के पास थी। उनके द्वारा किसी भी तरह की अगर त्रुटि है तो जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।