स्व.इंदिरा गांधी, स्व.सरदार बल्लभ भाई पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती मनाई गई संवाददाता - बागी न्यूज 24 ...
स्व.इंदिरा गांधी, स्व.सरदार बल्लभ भाई पटेल और आचार्य नरेंद्र देव की जयंती मनाई गई
संवाददाता - बागी न्यूज 24
आज़मगढ़ : शहर कांग्रेस कार्यालय पर देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.इंदिरा गांधी जी का शहादत दिवस और भारत रत्न स्व.सरदार बल्लभ भाई पटेल जी और स्वतंत्रता सेनानी आचार्य नरेंद्र देव जी की जयंती मोहम्मद नजम शमीम अध्यक्ष शहर कॉंग्रेस कमेटी की अध्यक्षता में मनाई गई सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इन महानविभूतियों के छायाचित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की तत्पश्चात कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारत की प्रथम प्रधानमंत्री आयरन लेडी भारत रत्न स्वर्गीय प्रधानमंत्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका अडिग निर्णय देश को मजबूती प्रदान कर विकास के पद पर चलने का कार्य किया मिर्ज़ा बरकत उल्लाह बेग ने कहा की इंदिरा गांधी जी भारत की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री थीं, जिन्होंने देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जन्म 19 नवंबर, 1917 को इलाहाबाद में हुआ था और उन्होंने अपने पिता जवाहरलाल नेहरू के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में प्रवेश किया उनकी राजनीतिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर थे, जिनमें से एक था 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध, जिसमें भारत ने विजय प्राप्त की और बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्थापना हुई। इस युद्ध में उनकी नेतृत्व क्षमता और साहस की प्रशंसा की गई हालांकि, उनकी राजनीतिक यात्रा में कई चुनौतियाँ भी आईं, जिसमें उन्हें 1977 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 1980 में फिर से प्रधानमंत्री बनीं उनकी शहादत 31 अक्टूबर, 1984 को हुई, जब उनके दो सिख सुरक्षा गार्डों ने उनकी हत्या कर दी। यह घटना भारतीय इतिहास में एक काला अध्याय है, जिसने देश को हिला दिया आज भी, इंदिरा गांधी की विरासत और उनके योगदान को याद किया जाता है। उनकी नेतृत्व क्षमता, साहस और देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।आयरन लेडी जनता की छोटी से छोटी ज़रूरत पर ध्यान दिया और उनका नारा था कड़ी मेहनत दूर दृष्टि पक्का इरादा और अनुशासन से देश को बढ़ाने का एक मंत्र दिया जिसकी आज देश को जरूरत है शाहिद ख़ान ने कहा कि इंदिरा गांधी जी ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण किया और अपने ख़ून से देश को सींचा और देश के लिए शहीद हो गई सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती जी का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात में हुआ था उन्हें लौह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है, और उनकी जयंती प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को मनाई जाती है। यह दिन राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है सरदार पटेल जी ने अपने प्रारंभिक शिक्षा काल में ही एक ऐसे अध्यापक के विरुद्ध आंदोलन खड़ा कर दिया था, जो अपने ही व्यापारिक संस्थान से पुस्तकें क्रय करने के लिए छात्रों को बाध्य करते थे । उन्होंने 1897 में 22 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की और 1908 में विलायत की अंतरिम परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास कर बैरिस्टर बन गए महात्मा गांधी ने जब भारत छोड़ो आंदोलन चलाने का निश्चय किया, तो पटेल जी ने अहमदाबाद में एक लाख जन-समूह के सामने इस आंदोलन की रूपरेखा समझाई । उन्होंने पत्रकार परिषद में कहा था, "ऐसा समय फिर नहीं आएगा, आप मन में भय न रखें"सितंबर 1946 में जब नेहरू जी की अस्थाई राष्ट्रीय सरकार बनी, तो सरदार पटेल को गृहमंत्री नियुक्त किया गया । उन्होंने देशी राज्यों के एकीकरण की समस्या को बिना खून-खराबे के हल किया और राजकोट, जूनागढ़, वहालपुर, बड़ौदा, कश्मीर, हैदराबाद को भारतीय महासंघ में सम्मिलित किया.वहीं गोविंद शर्मा ने आचार्य नरेंद्र देव जी एक महान समाज सुधारक, शिक्षाविद् और राजनेता थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1889 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से प्राप्त की और बाद में वहीं पर अध्यापक बन गए। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और काशी विद्यापीठ की स्थापना की, जो आज भी एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है।भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया और महात्मा गांधी के नेतृत्व में कई आंदोलनों में शामिल हुए। उन्होंने 1921 में असहयोग आंदोलन में भाग लिया और बाद में 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लिया।स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, आचार्य नरेंद्र देव ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ मिलकर देश के विकास में काम किया। उन्हें 1952 में राज्यसभा का सदस्य नियुक्त किया गया और उन्होंने 1961 तक इस पद पर कार्य किया उनकी जयंती पर हम उनके योगदान को याद करते हैं और उनके आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित होते हैं।संचालन कर रहे मोहम्मद आमिर ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश एवं केंद्र सरकार ने महंगाई बेरोजगारी बढ़ाई, कमाई, दवाई के मामले में देश को कई दशक पीछे ढकेल रही है कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से इसका विरोध किया अंत में नजम शमीम ने अपने अध्यक्षी भाषण में कहा कि यह तीनों महान विभूति के विचारों को हम अपने अंदर जीवन्त रखते हैं और उनका अनुसरण करते हुए अपने सार्वजनिक जीवन के व्यवहार में प्रयोग करते हैं और सबको करना चाहिए देश इन महान विभूतियों के महत्वपूर्ण योगदान को कभी भूल नहीं सकता और कार्यक्रम समापन की घोषणा की! अंत में मिर्ज़ा शाने आलम बेग पुर्व प्रत्याशी गोपालपुर विधानसभा आदि कार्यकर्ताओं ने ब्लड डोनेट किया!
कार्यक्रम में सर्वश्री मोहम्मद नजम शमीम, मिर्ज़ा शान आलम बेग, मिर्ज़ा बरकत उल्लाह बेग,शाहिद खान,गोविंद शर्मा, मोहम्मद असलम, मिन्हाज अहमद वसीक अहमद, बालचंद राम, बेलाल अहमद, जावेद ख़ान, अबसार अहमद, सैय्यद मुशर्रफ, मुशीर अहमद, समीर अहमद, नसरुद्दीन, कोमल प्रजापति, राजा खान, आदि लोग मौजूद रहे!