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विद्यालय कौशल, नवाचार व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के केंद्र बनेंगे : राज्यपाल

  विद्यालय केवल ज्ञान के मंदिर नहीं रहेंगे, बल्कि कौशल, नवाचार व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के केंद्र बनेंगे : राज्यपाल शिक्षा को केवल ज्ञान...

 

  • विद्यालय केवल ज्ञान के मंदिर नहीं रहेंगे, बल्कि कौशल, नवाचार व आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के केंद्र बनेंगे : राज्यपाल

  • शिक्षा को केवल ज्ञान तक सीमित न रखकर, उसे रोज़गार, कौशल व आत्मनिर्भरता से जोड़ा जाए : राज्यपाल

  • युवा ही प्रधानमंत्री के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को करेंगे साकार-  राज्यपाल

  • राज्यपाल ने वर्ष 2024-25 हेतु कुल 68 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति/कुलपति उपाधि व मेडल से किया सम्मानित

  • आज सर्वाधिक रैकिंग/ग्रेडिंग विश्वविद्यालय वाला राज्य है उत्तर प्रदेश- राज्यपाल

  • महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह का राज्यपाल ने किया शुभारम्भ

संवाददाता - बागी न्यूज 24   

आजमगढ़ l कुलाधिपति/महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल द्वारा कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यों एवं कुलपति के साथ शैक्षिक शोभा यात्रा के उपरान्त महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ के द्वितीय दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ करने की घोषणा की गयी। इस अवसर पर राष्ट्रगीत के साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर आधारित गीत व विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति की गयी। कुलाधिपति/महामहिम राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदी बेन पटेल द्वारा द्वितीय दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि धीरे-धीरे छात्र-छात्राओं की संख्या और सुविधाएँ बढ़ रही हैं, और आयोजन अच्छे ढंग से हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों ने परीक्षाएँ दीं, परिणाम तैयार हुआ और समय पर दीक्षांत का आयोजन हुआ। राज्यपाल द्वारा छात्रों को कड़ी मेहनत और परिश्रम से पढ़ाई करने के लिए बधाई दी गई। उन्होने छात्रों को ज्ञान के भण्डार को पढ़ने के लिए प्रेरित किया, और कहा कि केवल अपने विषय तक सीमित न रहें। उन्होंने कहा कि यदि हम ज्ञान का 0.1 प्रतिशत भी पढ़ पाते हैं, तो जीवन का कल्याण हो जाएगा और पूरे विश्व का भी कल्याण हो जाएगा। उन्होंने छात्रों से विकसित भारत बनाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का आह्वान किया। राज्यपाल महोदया ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों और मनीषियों ने जंगलों में रहकर, बिना किसी सुविधा, टेक्नोलॉजी या लाइट के भी संशोधन, रिसर्च, दवाइयाँ और ऑपरेशन किए, जो सब किताबों में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ महर्षि दुर्वासा, भगवान दत्तात्रेय और चंद्रमा ऋषि जैसे महामनीषियों ने तपस्या की है। यह धरती वीर कुंवर सिंह, राजा बेनी माधव सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की कर्मभूमि रही है। उन्होंने महाकवि अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘‘हरिऔध’’, महापंडित राहुल सांकृत्यायन, और कैफ़ी आज़मी जैसे साहित्यकारों की समृद्ध परंपरा को भी नमन किया। उन्होने कहा किविश्वविद्यालय का नामकरण महान योद्धा महाराजा सुहेलदेव के नाम पर हुआ है, जिन्होंने आक्रांता महमूद गजनवी के सेनापति सैय्यद सालार मसूद गाज़ी का मर्दन कर राष्ट्र की अस्मिता की रक्षा की थी। राज्यपाल महोदया ने कहा कि यदि छात्र अपने परिवार के लिए या अपनी आधे एकड़ ज़मीन पर भी जैविक खेती नहीं करते हैं, तो उनकी पढ़ाई का कोई मतलब नहीं है। उन्होने कहा कि कम से कम अपने परिवार के लिए साल भर की सब्ज़ियां, गेहूं और बाजरा आदि तो जैविक तरीके से उगाना चाहिए। उन्होने कहा कि अगले साल से उन छात्रों को कोई अवार्ड नहीं दिया जाएगा, जो अपने परिवार की छोटी-सी खेती में ऑर्गेनिक तरीके से फसल/सब्जी का उत्पादन नहीं करेंगे। उन्होने कहा कि जो अपने लिए नहीं कर सकता, वह दूसरों के लिए क्या करेगा। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा रू0 60 हजार करोड़ की लागत से पीएम-सेतु योजना की शुरूआत की गयी है। सेतु का मतलब यहाँ कौशल और उद्योग के बीच एक सेतु (पुल) का निर्माण करना है। इस योजना का उद्देश्य आईटीआई संस्थानों को सीधे उद्योगों से जोड़कर युवाओं के हाथों में रोज़गार का औज़ार और आत्मनिर्भरता का आधार प्रदान करना है। उन्होने आईटीआई संस्थानों से अपील किया कि वे इस योजना में जल्द से जल्द आवेदन करें, ताकि पैसा मिल सके और युवाओं को प्रशिक्षित करके आत्मनिर्भर बनाया जा सके। राज्यपाल महोदया ने कौशल विकास पर जोर देते हुए कहा कि जहाँ छात्र ट्रेनिंग के लिए इंडस्ट्री में जाते हैं और काम के दौरान ही उन्हें पैसा मिलता है, जिससे उनके रोज़गार की संभावना बढ़ जाती है। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा देश भर के नवोदय विद्यालयों और एकलव्य मॉडल स्कूलों में 1200 स्किल लैब्स के उद्घाटन की गयी है। उन्होने कहा कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक कदम है। इन लैब्स का उद्देश्य शिक्षा को केवल ज्ञान तक सीमित न रखकर, उसे रोज़गार, कौशल और आत्मनिर्भरता से जोड़ना है। उन्होने कहा कि अब विद्यालय केवल ज्ञान के मंदिर नहीं रहेंगे, बल्कि कौशल, नवाचार और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के केंद्र बनेंगे। उन्होने कहा कि युवाओं को कौशल विकास पर ध्यान देना चाहिए, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए, और केवल सरकारी नौकरी के भरोसे नहीं रहना चाहिए, बल्कि उद्यमी और इनोवेटर बनना चाहिए। राज्यपाल महोदया ने कहा कि आज संकल्प लिजिये कि देश के लिए कार्य करना है, राष्ट्र प्रथम को लेकर कार्य करना है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री जी युवा पर ही आधार लेकर चलते हैं और कहते हैं कि यही युवा विकसित भारत बनाने का आधार बनेंगे। उन्होने कहा कि भारत में 35 साल से कम वाले 65 प्रतिशत युवा हैं, इसलिए विश्व स्तर पर पहुंचने का का बहुत अच्छा अवसर है। उन्होने कहा कि स्मरण रखना चाहिए कि केवल रोजगार जीवन जीने का लक्ष्य नही होना चाहिए, क्यांेकि आज टेक्नोलॉजी का जमाना है, आज हर कार्य टेक्नोलॉजी से कम समय मे पूरा कर लिया जाता है। उन्होने कहा कि पढ़ाई के साथ ही कुछ नया करते रहना चाहिए एवं स्वरोजगार की दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होने कहा कि बच्चों द्वारा बहुत की अच्छी पेंटिंग बनायी गयी है, जो उनके कौशल को दर्शाता है और हमारा दायित्व है कि उनके कौशल को निखारते हुए उन्हें आगे बढ़ाया जाए। यही बच्चे विकसित भारत की नींव बनायेंगे। उन्होने कहा कि सभी स्कूलों में लगातार अनेक प्रकार के प्रतियोगिताएं करानी चाहिए, इसके माध्यम से अपने आपको मजबूत बनाने के साथ ही देश को भी मजबूत बनायेंगे। उन्होने कहा कि हमको शारीरिक, मानसिक एवं अध्यात्मिक रूप से सशक्त होना चाहिए। राज्यपाल महोदया ने कहा कि भारत के ऊपर कई कठिनाईयां आयी, लेकिन भारत कभी भी पीछे नही हटा, हमेशा डटकर हर कठिनाईयों का सामना किया हैं। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि स्वदेशी अपनाओ, देश में जो बन रहा है, वही खरीदीये, वही खाईये, वही पहनिये। उन्होने कहा कि विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत होनी आवश्यक है। सभी विद्यालय यह सुनिश्चित करें कि जिसकी उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम होगी, उनको परीक्षा में बैठने नही दिया जायेगा। उन्होने सख्त निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार से नशे की सामग्री नही आनी चाहिए। विश्वविद्यालय मे टीम बनाकर नियमित रूप से साफ-सफाई करायी जाए। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री योगेंद्र उपाध्याय उच्च शिक्षा मंत्री उ0प्र0, ने द्वितीय दीक्षांत की बधाई देते हुए कहा कि आजमगढ़ सांस्कृतिक विरासत का शहर है। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में आजमगढ़ के वीरों ने भी अपना योगदान दिया था। भारतीय संस्कृति के विद्वान राहुल सांकृत्यायन, अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘‘हरिऔध’’, कैफे आजमी की धरती है, इस शहर में महाराजा सुहेलदेव के नाम से विश्वविद्यालय गर्व का विषय है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि माता-पिता एवं गुरूओं के संघर्ष के बिना इस मुकाम को हासिल नहीं किया जा सकता है। इनका आजीवन कृतज्ञ रहना चाहिए। हर गुरु यह कामना करता है कि हर शिष्य बहुत ऊंचाई तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि आपने जो जीवन में शिक्षा के माध्यम से ग्रहण किया है, यह अवसर उनको याद करने का दिन है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जरूरी है, उसके साथ ही शिक्षा का उपयोग सही ढंग से करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा वो है जो ज्ञान दे, विज्ञान दे, शिक्षा वो है, जो स्वावलंबी बनाये, स्व का बोध कराये, राष्ट्र के प्रति प्रेम का बोध कराये, तिरंगा हाथों में लेना सिखाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा का दायित्व बोध होना चाहिए। शिक्षा का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करना चाहिए। उन्होने कहा कि आज सर्वाधिक रैंकिंग/ग्रेडिंग विश्वविद्यालय वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। मा0 मंत्री जी ने कहा कि हमें अपने महापुरुषों से सीखने की जरूरत है। मा0 प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश बदल रहा है, और देश को विकसित देशों की श्रेणी में पहुंचाया है और निरंतर इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी ने 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि भारत की जनशक्ति, दृढ़शक्ति मिल जाएगी, तो देश आगे बढ़ जाएगा। देश की प्रगति को रोकने के लिए कई सारे देश कई तरह की बाधायें डाल रहे हैं, ताकि उनसे हमारा देश आगे ना निकल जाए। फिर भी मा0 प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में यह देश बिना डरे, बिना पीछे हटे, निरंतर आगे बढने की दिशा में कार्य कर रहा है। अंत में उन्होंने उपाधि प्राप्त छात्रों को बधाई एवं शुभकामना दी। विशिष्ट अतिथि के रूप में मा0 राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी ने विश्वविद्यालय को द्वितीय दीक्षांत की बधाई देते हुए कहा कि स्नातक होना शिक्षा का अंत नहीं, बल्कि उनके जीवन के एक नए महत्वपूर्ण अध्याय की शुरुआत है। जहाँ उन्हें सफलता, असफलता और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उनके लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए एक रास्ता ज़रूर निकलेगा। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राष्ट्र विकासशील देशों की पिछली कतार से निकलकर अग्रणी पंक्ति में आ गया है। उन्होने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी विजन है कि 2047 तक भारत के एक विकसित राष्ट्र बने। इसमें युवा, विशेषकर महिलाएँ (बेटियाँ) इस विकास में सबसे बड़ी भूमिका निभाएँगी।राज्यमंत्री ने कहा कि बेटियों की क्षमताएँ घर (रसोई) तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे देश की दिशा और दशा दोनो तय कर सकती हैं। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय समारोह में दिए गए अधिकांश पदक युवतियों को मिले हैं। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश अब शिक्षा का केंद्र बन गया है। उन्होने पदक और उपाधि प्राप्तकर्ताओं से कहा कि उनकी यात्रा यहीं समाप्त नहीं होती, क्योंकि उनमें न केवल स्वयं सफल होने की क्षमता और प्रतिभा है, बल्कि अपने आसपास के पर्यावरण को भी रोशन करने की क्षमता और प्रतिभा है। महामहिम राज्यपाल ने वर्ष 2024-25 हेतु कला वर्ग के एमए/बीए, विज्ञान वर्ग के एमएससी/बीएससी, वाणिज्य वर्ग के एमकॉम/बीकॉम/बीबीए, लॉ के एलएलएम/ एलएलबी, शिक्षा के एमएड/बीएड/बीपीएड, कृषि के एमएससी एजी के कुल 68 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति/कुलपति उपाधि व मेडल से सम्मानित किया। राज्यपाल महोदया द्वारा जनपद आजमगढ़ के 05 एवं मऊ के 05 आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्रतिकात्मक रूप से खेल किट के वितरण के साथ ही जनपद आजमगढ़ एवं मऊ के कुल 500 आंगनवाड़ी केन्द्रों को 500 खेल किट का वितरण किया गया। पुलिस कर्मियों के 09 से 14 वर्ष की बच्चियों का Human papilloma Virus (HPV) का वैक्सिनेशन पुलिस लाइन में वामा सारथी आजमगढ़ द्वारा मुफ्त में करवाया गया था। मा0 गवर्नर महोदया द्वारा बच्चियों को सर्टीफिकेट व फल टोकरी वितरित की गयी। द्वितीय डोज भी मुफ्त में उपलब्ध करायी जायेगी। माननीय कुलाधिपति द्वारा शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए डिजीलॉकर में 61456 अंक पत्र एवं उपाधि का समावेशीकरण करते हुए रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया गया। सबसे खूबसूरत पल उस समय दिखा जब प्राइमरी स्कूल, कंपोजिट विद्यालय एवं जूनियर हाई स्कूल के बच्चों को महामहिम ने किट व प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ प्यार एवं दुलार दिया। राज्यपाल महोदया ने विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गयी योगा से संबंधित 06 किताबों का विमोचन किया गया। राज्यपाल महोदया द्वारा जहानागंज ब्लाक के गोद लिये गये विद्यालय पीएम श्री कम्पोजिट विद्यालय धरवारा एवं कम्पोजिट विद्यालय सोनापुर के साथ ही सठियांव ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सींही, समेदा एवं महरूपुर के छात्र-छात्राओं को चित्रकला, भाषण, कहानी लेखन एवं निबन्ध प्रतियोगिता तथा देशभक्ति अभिनय में अच्छा प्रदर्शन करने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
राज्यपाल महोदया ने जिलाधिकारी आजमगढ़, मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ एवं मुख्य विकास अधिकारी मऊ को राजभवन की पुस्तक भेंट की गयी। इसके साथ ही छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए राज्यपाल महोदया ने विश्वविद्यालय के लिए राजभवन द्वारा उपलब्ध कराये गये बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। यह बस छात्र-छात्राओं को मुख्य मार्ग से विश्वविद्यालय परिसर तक लाने में सहायक सिद्ध होगा। इससे पूर्व राज्यपाल महोदया द्वारा विश्वविद्यालय मंे दीक्षांत स्थल, बास्केटबाल कोट, आउटडोर/इनडोर जिम्नैजियम, मंदिर, एआई तथा डाटा साइन्स लैब आदि का आनलाइन उद्घाटन किया गया। कुलपति प्रो0 संजीव कुमार द्वारा राज्यपाल महोदया, मा0 कैबीनेट मंत्री एवं मा0 राज्य मंत्री को अंगवस्त्र एवं पुस्तक भेंटकर सम्मानित किया गया। छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरण रक्षा पर आधारित सामूहिक नृत्य एवं कक्षा 5 की छात्रा द्वारा स्वच्छता ही सेवा पर भाषण की प्रस्तुति की गयी। पर्यावरण के प्रति कंपोजिट विद्यालय के बच्चों का संदेश को महामहिम राज्यपाल ने सराहा। कुलसचिव ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया। अंत में महामहिम ने दीक्षांत समारोह के समापन की घोषणा किया।
कार्यक्रम में डीआईजी श्री सुनील कुमार सिंह, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ व मऊ, अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री राहुल विश्वकर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी श्री विनय कुमार गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री गम्भीर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्री मुधबन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं विश्वविद्यालय तथा संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक/शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे।

"BAGI News 24" Chief Editor Abdul Kaidir "Baaghi", Bureau Office –District Cooperative Federation Building, backside Collectorate Police Station, Civil Line, Azamgarh, Uttar Pradesh, India, Pin Number – 276001 E-mail Address – baginews24@gmail.com, Mobile Number - +91 9415370695











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