संवाददाता - बागी न्यूज 24 वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें सर्वप्रथम व...
संवाददाता - बागी न्यूज 24
वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें सर्वप्रथम विद्यालय के प्रमुख निदेशक शिव गोविंद सिंह, अनुरीमा राव, हरीश पांडेय वह विद्यालय के शिक्षकों के साथ दीप प्रज्ज्वलित व मां सरस्वती का पूजन कर कार्यक्रम की शुरूआत किया गया। जिसमें मदर टेरेसा के उद्धरण "दीपक को जलाए रखने के लिए उसमें तेल डालते रहना आवश्यक है, ठीक वैसे ही शिक्षकों के प्रशिक्षण से ही छात्रों की सफलता को उत्कृष्टता मिल सकती है" से कार्यक्रम का आगाज हुआ।
शिक्षक प्रशिक्षिका अनुरिमा राव ने शिक्षकों को 21वीं सदी के कौशल, हाइब्रिड लर्निंग, और स्वोट (SWOT) विश्लेषण के बारे में प्रशिक्षित किया, जिसमें शिक्षकों ने अपनी ताकत, कमजोरियां, अवसर और समस्याओं को समझने का प्रयास किया। उन्होंने शिक्षकों को यह भी बताया कि किसी भी विषय को "क्या, क्यों और कैसे" की दृष्टि से किस प्रकार सिखाया जाए, ताकि वे अपनी शिक्षा को अधिक प्रभावी और अर्थपूर्ण बना सकें। अनुरिमा रॉय ने वेदांता इंटरनेशनल स्कूल की शिक्षकों की कार्यशाला में इस बात पर भी जोर दिया कि किसी विषय या टॉपिक को पढ़ाने के लिए यथार्थवादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और भविष्य को बेहतर बनाने के लिए नवीनतम शिक्षण विधियों का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने कक्षा प्रबंधन और अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया। अनुरिमा रॉय ने इस बात पर बल दिया कि यदि बच्चे कक्षा में रुचि रखते हैं और खुद को जोड़ा हुआ महसूस करते हैं, तो अनुशासन अपने आप आ जाता है, जिससे कक्षाओं का माहौल बेहतर हो जाता है।
कार्यशाला के दौरान शिक्षकों ने एक विशेष एक्टिविटी में भाग लिया जिसमें उन्हें समूहों में विभाजित किया गया और प्रत्येक समूह ने हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, कंप्यूटर और सामान्य ज्ञान जैसे प्राथमिक विषयों को कवर करते हुए परियोजनाएँ तैयार कीं। सभी समूहों ने अपनी परियोजनाओं का विस्तार से वर्णन प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्या डॉली शर्मा ने कहा, "शिक्षक कल के निर्माता हैं। शिक्षकों के प्रशिक्षण के माध्यम से हम छात्रों की क्षमता को उजागर करने की कुंजी प्राप्त कर रहे हैं।" उन्होंने प्रबंधन का आभार व्यक्त किया और कहा, "प्रशिक्षण, प्रेरणा और परिवर्तन शिक्षक विकास की शक्ति है।"
प्रबंध निदेशक शिव गोविंद सिंह जी ने इस अवसर पर कहा कि "आज के बच्चे नई पीढ़ी के हैं, और उन्हें कुछ नया और अभिनव चाहिए। शिक्षक के रूप में हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें अलग-अलग तरीकों से ज्ञान प्रदान करें। हर बच्चा अद्वितीय है और उसकी सीखने की शैली भी अलग होती है। हमें उनके पैटर्न को समझकर उन्हें शिक्षा देना चाहिए। इस तरह की कार्यशालाओं के माध्यम से हम शिक्षण को ऊंचाई पर ले जाकर सीखने की प्रक्रिया को ऊंचाई दे रहे हैं। आज के बच्चे कल के युवा हैं, इसलिए उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम बनाना हमारा कर्तव्य है।"
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रबंध निदेशक शिव गोविंद सिंह ने चाइल्डहुड अकैडमी के प्रबंधक हरीश पांडेय व शिक्षक प्रशिक्षिका अनुरिमा राय को अंग वस्त्रम व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित कर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर चाइल्डहुड अकादमी स्कूल के प्रबंधक हरीश पांडेय तथा उनकी पूरी शैक्षणिक टीम के साथ ही, बालाजी बुक एजेंसी के रितम के साथ ही विद्यालय परिवार की नीलम चौहान, आरती सिंह, सोनम सिंह, प्रभाकर सिंह, सुबिया सईद,अनिल शुक्ला, किशन मिश्रा, रजनीश यादव, फहीम अहमद, सौम्या पांडे,अनिता सिंह, बागेश्वर गिरी,एजाज अहमद, रीना यादव, कुमकुम दूबे,रितम इत्यादि ने भाग लिया।